करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने उठाई आवाज़, कहा – भ्रष्टाचार के खिलाफ होगा बड़ा आंदोलन
ग्रेटर नोएडा जर्नलिस्ट प्रेस क्लब में बुधवार को करप्शन फ्री इंडिया संगठन द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों पर गहरी चिंता जताई।
उन्होंने बताया कि अगस्त क्रांति की वर्षगांठ के अवसर पर संगठन ने प्राधिकरण, जिलाधिकारी कार्यालय, तहसीलों और आरटीओ कार्यालय सहित कई स्थानों पर ज्ञापन देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया है।
सिर्फ अवैध रुपए लेना ही भ्रष्टाचार नहीं – करप्शन फ्री इंडिया चौधरी प्रवीण भारतीय
प्रेस वार्ता में चौधरी प्रवीण भारतीय ने कहा कि भ्रष्टाचार केवल रिश्वत लेने तक सीमित नहीं है। अधिकारियों का आम जनता से गलत व्यवहार करना, उनकी समस्याओं को न सुनना और उन्हें बार-बार दफ्तरों के चक्कर कटवाना भी भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस पर जल्द रोक नहीं लगाई तो संगठन व्यापक आंदोलन छेड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि देश को आज़ाद हुए 78 वर्ष हो गए, लाखों क्रांतिकारियों ने शहादत दी, लेकिन आज भी भ्रष्टाचार उसी तरह फैला हुआ है। ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण में सड़कों का निर्माण होता है और छह महीने के भीतर ही वे खराब हो जाती हैं। ऐसे अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई जरूरी है।

दलालों के बिना काम नहीं – जन आंदोलन की तैयारी
चौधरी प्रवीण भारतीय ने दफ्तरों की व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि बिना एजेंट (दलाल) के कोई भी काम समय पर होना लगभग असंभव है। उन्होंने कहा कि अब संगठन एक जन आंदोलन के जरिए आम जनता के साथ मिलकर इस भ्रष्टाचार और शोषण के खिलाफ आवाज़ बुलंद करेगा और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर ठोस कार्रवाई की मांग करेगा।
डॉ. दीपक शर्मा का बड़ा बयान
संगठन की कोर कमेटी के सदस्य डॉ. दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि प्राधिकरणों में फैला भ्रष्टाचार इतना गहरा है कि “सुप्रीम कोर्ट तक टिप्पणी कर चुका है कि प्राधिकरणों की आंख, कान और नाक तक से भ्रष्टाचार टपकता है।”
उन्होंने कहा कि प्राधिकरणों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की तैनाती ऐसे लोगों की है जिनकी सैलरी भले ही मामूली हो, लेकिन वे बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं। यह साफ संकेत है कि भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने तीखे शब्दों में कहा, “भ्रष्टाचार केवल पैसों की लूट नहीं है, बल्कि जब जनता अपने अधिकारों के दायरे में रहकर भी काम नहीं करा पाती, तो यह भी एक तरह का शोषण और बलात्कार है।”
भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी रहेगा संघर्ष
संगठन ने साफ किया कि यह मुहिम यहीं खत्म नहीं होगी, बल्कि लगातार जनता के साथ मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई जाएगी। संगठन ने सभी भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसने और सरकारी दफ्तरों में पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की। इस प्रेस वार्ता में चौधरी प्रवीण भारतीय, डॉ. दीपक कुमार शर्मा, बलराज हूंण, मास्टर दिनेश नागर, प्रेम प्रधान, बलराज हूण और ब्रह्मपाल कपासिया सहित अन्य लोग मौजूद रहे।