13 दिसंबर को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान सदन में कूदने वाले सागर शर्मा ने अपने आखिरी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि जीतें या हारें पर प्रयास करना जरूरी है. सागर ने अपने जूते से स्मोक कनस्तर निकाला और चैंबर में कलर स्मोक फैला दिया.
सदन में मौजूद सांसदों ने उसे पकड़ा और पीटा. सागर और उसके साथी मनोरंजन को पुलिस के हवाले कर दिया गया. इस बीच सागर शर्मा का घटना से पहले का सोशल मीडिया पोस्ट सामने आया है. इसमें सागर ने लिखा है कि, ‘चाहे आप जीतें या हारें, प्रयास करना महत्वपूर्ण है.’
दिल्ली पुलिस ने एंटी टेरर और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत केस दर्ज कर लिया. संसद सुरक्षा चूक मामला में दिल्ली पुलिस ने IPC की धारा 186, 353, 120B, 34 और 16 UAPA एक्ट के तहत गिरफ्तार किया.
संसद के अंदर 2 आरोपी घुसे थे, जिनमें से एक का नाम सागर और दूसरे का डी.मनोरंजन है. ये अकेले नहीं थे. इनके 3 साथी संसद के बाहर भी मौजूद थे. जिनमें से एक का नाम था अमोल तो दूसरी नीलम है. मौका देख इन दोनों ने भी प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. तीसरा साथी ललित बाहर से वीडियो बना रहा था.
हमले को अंजाम देने वाले सभी आरोपी अलग-अलग राज्यों सें हैं, लेकिन इन सभी में एक कॉमन लिंक है- ‘भगत सिंह फैन क्लब’ नामक एक सोशल मीडिया पेज. ये सभी इस पेज से जुड़े हुए हैं. सागर शर्मा फेसबुक पर इंकलाब इंडिया को फॉलो करता था.
सागर के परिवार के सदस्यों ने कहा कि वह दिल्ली में एक ‘विरोध-प्रदर्शन’ में शामिल होने के लिए दो दिन पहले लखनऊ स्थित अपने घर से चला गया था। हालांकि परिवार का कहना है कि उन्हें इस बात का बिलकुल भी अंदाज नहीं था कि वह संसद की सुरक्षा में सेंधमारी की घटना में शामिल होने के लिए जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, सागर का परिवार उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले का रहने वाला है। पुलिस ने परिजनों के हवाले से बताया कि सागर हाल ही में बेंगलुरु से लखनऊ लौटा था।