दिल्ली की हवा फिर लगातार खराब होती जा रही है। तापमान में गिरावट और रात में हवा की धीमी गति के कारण प्रदूषक तत्वों के जमा होने से राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई।
नवंबर महीने में यह नौवां दिन है, जब यहां का AQI 401 से ऊपर है। पिछले आठ दिनों से राजधानी में प्रदूषण बढ़ने की वजह पराली को बताया जा रहा था, लेकिन अब पराली के बिना भी यहां प्रदूषण पहुंच गया है ‘गंभीर’ स्तर पर। इस बार दिल्ली में प्रदूषण की वजह खुद का ट्रांसपोर्ट है।
हवा के रुख में आए बदलाव से प्रदूषण स्तर में मामूली सुधार के बाद भी दिल्ली की आबोहवा बेहद खराब है। शनिवार को दिल्ली का प्रदूषण सूचकांक शुक्रवार के मुकाबले 26 अंक कम है। शनिवार को दिल्ली में प्रदूषण के लिए स्थानीय कारक सबसे ज्यादा जिम्मेदार रहे।
दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम की हवा भी खराब है। नोएडा और गाजियाबाद की हवा भी ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है। जबकि फ़रीदाबाद और गुरुग्राम में यह ‘गंभीर’ श्रेणी में है।
शुक्रवार को वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। शुक्रवार सुबह 8 बजे AQI 401 जबकि शाम 4 बजे AQI 415 दर्ज किया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक वैज्ञानिक ने 27 नवंबर से उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करने वाले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण मौसम संबंधी स्थितियों में संभावित सुधार के परिणामस्वरूप प्रदूषण से कुछ राहत मिलने की भविष्यवाणी की है।
रविवार को मामूली सुधार के बाद गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।