भारत की सबसे उन्नत चिकित्सा प्रौद्योगिकियों में से एक के रूप में प्रसिद्ध, दा विंची सर्जिकल रोबोट की शुरुआत, अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल समाधानों तक पहुंच प्रदान करके मरीजों की देखभाल को बढ़ाने के लिए यथार्थ हॉस्पिटल की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के ग्रुप सीईओ श्री अमित सिंह की मौजूदगी में ये इवेंट आयोजित किया गया। इनके अलावा यथार्थ हॉस्पिटल्स के डॉ. मोहिब हामिदी, डॉ. दुष्यंत नादर, डॉ. नीरज चौधरी, डॉ. नीलम बनर्जी, डॉ. विपिन सिसौदिया और डॉ. देवेन्द्र बब्बर, और कई अन्य दिग्गज भी मौजूद रहे।
यह तकनीक अब यथार्थ अस्पताल ओमेगा-1 (ग्रेटर नोएडा) में उपलब्ध है, अस्पताल सर्जिकल उत्कृष्टता और रोगी-केंद्रित देखभाल के एक नए युग की शुरुआत करने के लिए तैयार है। नवीन न्यूनतम इनवेसिव प्रौद्योगिकियों तक पहुंच और समावेशन के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल में सुधार के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल के ग्रुप सीईओ अमित सिंह ने कहा, “हमें यथार्थ हॉस्पिटल ओमेगा-1 और नोएडा एक्सटेंशन में नवीनतम और उन्नत रोबोटिक तकनीक पेश करके खुशी हो रही है, ताकि मरीजों का इलाज सर्वोत्तम और नई तकनीकों से किया जा सके। समय के साथ हम मरीजों को सर्वोत्तम श्रेणी का उपचार प्रदान करने और विश्व स्तरीय चिकित्सा में नए मानक स्थापित करने के लिए नई तकनीकों को एकीकृत करना सुनिश्चित करते हैं।”
यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ओमेगा 1 (ग्रेटर नोएडा) ने उन्नत चिकित्सा उपचार के लिए ग्राउंडब्रेकिंग दा विंची सर्जिकल रोबोट लॉन्च किया
दा विंची सर्जिकल रोबोट डॉक्टरों को ज्यादा सटीकता और अनुकूलनशीलता के साथ मुश्किल से मुश्किल सर्जरी करने की क्षमता देता है। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में इस प्रक्रिया के बाद मरीज की रिकवरी भी तेज होती है। दा विंची सिस्टम के इनोवेटिक फीचर्स जैसे कि एडवांस उपकरण और विजन की सहायता से डॉक्टरों को फायदा मिलता है, वो पूरे कंट्रोल और सटीकता के साथ सर्जरी कर पाते हैं।
यथार्थ हॉस्पिटल अब द-विसि रोबोट का उपयोग नवीनतम व बेहतर उपहार करने के लिए उपयोग करेगा। यह पर रोबोट द्वारा न केवल जनरल सर्जरी बल्कि गैस्ट्रो साइंस, गयनेकोलोजी, यूरोलॉजी जैसी सुपर स्पेशलटी जैसी जटिल सर्जरीया आसानी से की जा रही है।
डॉ मोहिब हमीदी ने बताया कि सभी जर्नरल सर्जरी को रोबोट के द्वारा कर रहे है ताकि मरीजों को सर्जरी के दौरान कम ब्लड लोस, कम स्कार्स , कम संक्रमण का जोखिम और अधिक समय तक हॉस्पिटल में रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।
रीनल साइंसेज और किडनी ट्रांसप्लांट के डॉ दुश्यन्त नादर ने बताया कि, वह रोबोट के द्वारा किडनी ट्रांसप्लांट जैसी बड़ी सर्जरी कम-से-कम समय में कर रहे है जिससे मरीजों को कम समय में सही इलाज दिया जा रहा है और रेज़ल्ट भी बहुत बेहतर है।
डॉ नीरज चौधरी ने बताया कि , सभी गैस्ट्रो सर्जरी को रोबोटिक द्वारा किया जा रहा है साथ ही पेट के कैंसर का भी इलाज रोबोटिक द्वारा संभव है।
गाइनेकोलॉजी व आईवीएफ की डॉ नीलम बनर्जी ने बताया कि वह हिस्टेरेक्टोमी, ओवेरियन सिस्टेक्टोमी, अपरास्टरेक्टोमी जैसी सर्जरी भी रोबोटिक द्वारा करने में सक्षम है और परिणाम भी बहुत अच्छे रहे है।
डॉ विपिन सिसोदिया और डॉ देवेंदर बब्बर ने कहा कि, मरीजों की प्रोस्टेट कैंसर से लेकर अन्य यूरोलॉजी सर्जरी को भी रोबोट के द्वारा कर रहे है जिससे मरीजो को सर्जरी के के दौरान कम दर्द और अधिक समय तक बेडरेस्ट की आवश्यकता नहीं होगी।
दा विंची रोबोट का उपयोग करके बुलंदशहर, आगरा, मोरादाबाद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मेरठ, गाजियाबाद और दिल्ली के कई मरीजों का पहले ही सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। दा विंची प्रौद्योगिकी को अपनाना नैतिक, दयालु और रोगी-केंद्रित स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के अस्पताल के मिशन के अनुरूप है।
यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स बेहतर प्रौद्योगिकी, सुरक्षा को प्राथमिकता, कम से कम घाव वाली प्रक्रियाओं और लागत के ज़रिए प्रभावशीलता के माध्यम से सर्जिकल तकनीकों में निरंतर वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। स्टेट ऑफ द आर्ट दा विंची रोबोट की मदद से डॉक्टर कॉम्प्लेक्स सर्जरी भी आसानी व सटीकता से कर रहे हैं क्योंकि इसमें उन्हें सर्जरी के दौरान कम्प्यूटर गाइडेड मैग्नीफाइड 3-डी विजुअल प्राप्त होते हैं जिससे मरीज के लिए रिजल्ट बेहतर आने के चांस अधिक होते हैं।