सहारनपुर। “सर जी, एटीएम फंस गया है, हम मदद कर दें?” – इसी मासूम सी लाइन के पीछे छुपा था एक शातिर ठग गिरोह, जो मदद के बहाने लोगों का एटीएम कार्ड बदलकर उनके खातों से हजारों रुपये साफ कर देता था। थाना सदर बाजार पुलिस ने इस गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा किया है।

पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन एटीएम कार्ड, 12 हजार रुपये नकद और एक बाइक बरामद की है। एसपी सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि 17 जनवरी को कोरी माजरा निवासी सागर और रामपुर मनिहारान के शुभम के साथ इसी तरह की ठगी हो चुकी थी। सागर के खाते से 68 हजार और शुभम के खाते से 75 हजार रुपये उड़ा दिए गए थे।
फर्जी कस्टमर केयर और एलफी की चालाकी
गिरोह का तरीका बेहद शातिर था। एटीएम के कार्ड स्लॉट पर एलफी लगाकर वो कार्ड अटका देते थे। फिर जैसे ही कोई व्यक्ति मदद मांगता या खुद से फंसा हुआ कार्ड निकालने लगता, गैंग का एक सदस्य उसके पिन को गौर से देख लेता। वहीं एटीएम के ऊपर फर्जी ‘कस्टमर केयर नंबर’ का स्टिकर चिपका दिया जाता था। जैसे ही शिकार उस नंबर पर कॉल करता, उसे एटीएम से दूर भेज दिया जाता और पीछे से कार्ड निकाल कर सारा पैसा साफ कर दिया जाता।
जब लिमिट पूरी हो जाए तो सोना खरीद लेते थे
गिरोह इतना प्रोफेशनल था कि अगर किसी एटीएम कार्ड की कैश निकासी लिमिट पूरी हो जाती, तो वे उसे सर्राफा दुकानों पर स्वैप करके सोना तक खरीद लेते थे।
तीन जिलों से जुड़े तार, सहारनपुर में बना था ठिकाना
गिरफ्तार आरोपियों में अनिल (हाथरस), आबिद उर्फ मिंटू (पूर्णिया, बिहार) और पिंकी (हाथरस) शामिल हैं। ये सभी सहारनपुर में किराए पर मकान लेकर रह रहे थे और लम्बे समय से ऐसी वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
सीसीटीवी फुटेज बना पुलिस का हथियार
पुलिस को सफलता एटीएम कक्षों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच से मिली, जिसमें इनकी हरकतें कैद थीं। उसी आधार पर पुलिस ने बुधवार को खलासी लाइन क्षेत्र से तीनों को दबोच लिया।