सहारनपुर। गंगोह और शामली के यात्रियों के लिए जल्द ही एक राहतभरी खबर सामने आ सकती है। परिवहन निगम ने दोनों डिपो से अपने बेड़े की बसों के संचालन की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। वर्तमान में इन डिपो से अनुबंधित बसों का संचालन किया जा रहा है, जिससे कई बार यात्रियों को रूट पर बसों की संख्या कम होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

इस स्थिति में सुधार लाने के लिए सहारनपुर परिवहन निगम ने मुख्यालय को 90 नई बसों की मांग भेजी है। इनमें 80 सामान्य बसें और 10 एसी बसें शामिल हैं। निगम की योजना है कि जल्द से जल्द मुख्यालय से स्वीकृति मिलने पर इन बसों का संचालन शुरू कर दिया जाए।
सेवा प्रबंधक अक्षय कुमार ने बताया कि वर्तमान में गंगोह और शामली डिपो से सभी बसें अनुबंध के आधार पर चलाई जा रही हैं। ऐसे में कभी-कभी बसों की उपलब्धता में कमी होने के कारण ग्रामीण रूटों पर यात्रियों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। निगम के पास पहले से ही 700 से अधिक बसों का विशाल बेड़ा है, जिसमें अधिकांश बसें उसकी अपनी हैं। परंतु कुछ स्टेशनों, जैसे जलालाबाद, गंगोह और शामली, पर यह निर्भरता अनुबंधित बसों पर ही है।
निगम ने यह भी स्पष्ट किया है कि जैसे ही मुख्यालय से बसों की मांग को मंजूरी मिलेगी, उसी के साथ रोडवेज वर्कशॉप की स्थापना पर भी विचार किया जाएगा, ताकि बसों के रखरखाव और मरम्मत की प्रक्रिया को और बेहतर बनाया जा सके।
ग्रामीण यात्रियों को मिलेगा सीधा लाभ
ग्रामीण इलाकों के यात्रियों के लिए यह निर्णय अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है। लंबे समय से मांग उठ रही थी कि गंगोह और शामली डिपो से निगम की खुद की बसें चलाई जाएं, ताकि नियमित और विश्वसनीय सेवा मिल सके। अनुबंधित बसों की तुलना में निगम की अपनी बसें न केवल सुविधाजनक होती हैं, बल्कि उनमें सुरक्षा और नियमितता का भी भरोसा रहता है।
उम्मीद की जा रही है जल्द स्वीकृति
मुख्यालय को भेजी गई 90 बसों की मांग पर जल्द विचार होने की संभावना है। अगर यह मांग मंजूर हो जाती है, तो गंगोह और शामली जैसे छोटे कस्बों के यात्रियों को प्रदेश के अन्य हिस्सों से बेहतर और सुलभ कनेक्टिविटी मिल सकेगी।