और आखिर में तीन तलाक
सहारनपुर। जनपद के थाना जनकपुरी क्षेत्र की रहने वाली एक युवती महरूना ने अपने पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया, गर्भावस्था के दौरान मारपीट की गई, जिससे उसके गर्भ में पल रही बच्ची की मौत हो गई। यही नहीं, उसके पति ने गाली-गलौज करते हुए “तलाक, तलाक, तलाक” कहकर रिश्ता खत्म कर दिया और उसे घर से निकाल दिया।

दो साल पहले हुआ था निकाह
पीड़िता महरूना ने महिला थाने में दी शिकायत में बताया कि उसका निकाह 15 मार्च 2023 को बेहट क्षेत्र के गांव नानौली निवासी शादाब से मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार हुआ था। निकाह के समय उसके परिवार ने लगभग चार लाख रुपए के जेवरात, कपड़े और घरेलू सामान आदि दिया था, लेकिन ससुराल पक्ष इससे संतुष्ट नहीं हुआ।
बाइक और एक लाख रुपए की अतिरिक्त डिमांड
महरूना का आरोप है कि ससुराल वाले जल्द ही बाइक और एक लाख रुपए की अतिरिक्त मांग करने लगे। जब यह मांग पूरी नहीं हुई तो उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज शुरू हो गई। कई बार उसे घर से निकाल दिया गया और फिर समाज व परिवार के लोगों के कहने पर वापस बुला लिया गया।
गर्भवती होने पर पेट में मारी लात, बच्ची की मौत
पीड़िता के मुताबिक जुलाई 2024 में वह गर्भवती थी। इसी दौरान पति शादाब, उसकी सास और अन्य ससुरालीजनों ने उसके साथ मारपीट की। शादाब ने उसके पेट में लात मारी, जिससे उसे ब्लीडिंग होने लगी। हालत गंभीर होने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसके गर्भ में पल रही बच्ची की मौत हो चुकी है।
बार-बार प्रताड़ना और मारपीट
महरूना ने बताया कि 27 जुलाई 2024 को शादाब उसे मायके छोड़ गया और कहा कि जब बाइक और पैसे लेकर आएगी, तभी वापस ले जाएगा। इसके बाद 8 दिसंबर 2024 को ससुराल के लोग उसके मायके आए और वहां भी उसके साथ मारपीट की। उस वक्त मोहल्ले के दो लोगों – मुर्तजीर और हनीफ ने बीच-बचाव कर उसकी जान बचाई।
समाज के कहने पर फिर साथ ले गए, फिर दी तीन तलाक
पीड़िता के अनुसार, समाज के लोगों के कहने पर 15 जनवरी 2025 को ससुराल वाले उसे फिर अपने साथ ले गए, लेकिन कुछ ही दिनों बाद फिर से उत्पीड़न शुरू हो गया। अंत में 1 फरवरी 2025 को शादाब ने गाली-गलौज करते हुए उसे “तलाक, तलाक, तलाक” कह दिया और जो कपड़े पहने थे, उसी हालत में उसे घर से बाहर धक्का देकर निकाल दिया।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
महरूना का कहना है कि जब वह जनकपुरी थाने पहुंची और शिकायत दी, तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उसने एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। तब जाकर महिला थाने ने मामले को संज्ञान में लिया और पीड़िता की शिकायत पर शादाब पुत्र सलीम शाह, नसीमा पत्नी सलीम शाह, सलीम शाह पुत्र भग्गड़, वसीम पुत्र निन्हा और तसव्बर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।