सहारनपुर। जिला जेल में तैनात हेड वार्डर जगदीश प्रसाद निम को बंदियों से अवैध वसूली और उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के चलते निलंबित कर दिया गया है। बंदियों द्वारा की गई शिकायत पर जब मामला जेल अधीक्षक तक पहुंचा, तो उसे गंभीरता से लिया गया और जांच शुरू की गई।

जगदीश प्रसाद निम जिला जेल में हेड वार्डर के पद पर तैनात थे। उन पर कुछ बंदियों ने आरोप लगाया था कि वे अवैध रूप से वसूली करते हैं और उन्हें मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते हैं। शिकायत की पुष्टि के लिए जेल अधीक्षक द्वारा बंदियों से पूछताछ की गई, जिसमें आरोप सही पाए गए।
पूछताछ के बाद हेड वार्डर से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इतना ही नहीं, जब उन्हें अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया तो उन्होंने दुर्व्यवहार भी किया। इस आचरण को देखते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
निलंबन के बाद हेड वार्डर जगदीश प्रसाद ने डीआईजी जेल को एक पत्र लिखकर जेल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि जेल के अंदर कई प्रकार की अनियमितताएं चल रही हैं और खुद अधिकारी समय से ड्यूटी पर नहीं आते। पत्र में अन्य कई शिकायतें भी दर्ज की गई हैं।
इस पूरे मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए डीआईजी जेल ने प्रकरण की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं।
वहीं, जेल अधीक्षक सत्यप्रकाश का कहना है कि हेड वार्डर के खिलाफ बंदियों से उत्पीड़न कर वसूली की शिकायत मिली थी, जिस पर नियमानुसार कार्रवाई की गई है।